इसे कविता मे कहना
इसे कविता मे कहना
रंग बदलती दुनिया मे
लोग भी रंग बदलते है
हर रंग मे उलझकर
इसे कविता मे कहना ...!
ऑंखो से देखना जरूर
कानों पर भरोसा ना करना
अंतरमन कहेगा जो जो
इसे कविता मे कहना ...!
मन कि पीड़ा समझकर
दुख -दर्द को मिटाना
जरा राहत उसे मिले
इसे कविता मे कहना...!