भोलापन मासूमियत निश्चल प्रेम एक "सम्मोहन" सा होता है बच्चों में बचपन में। भोलापन मासूमियत निश्चल प्रेम एक "सम्मोहन" सा होता है बच्चों में बचपन में।
मेरे लिए एक काम करोगी प्लीज, इस बात को राज़ ही रखना मेरे लिए एक काम करोगी प्लीज, इस बात को राज़ ही रखना
एक आँख को गँवाकर उसकी अक़्ल आधी हो गई थी शायद से। एक आँख को गँवाकर उसकी अक़्ल आधी हो गई थी शायद से।
मन ही मन गंगा मैया का धन्यवाद दिया जो उन्होंने अन्जान शहर में अपना दूत सहायक बना कर भे मन ही मन गंगा मैया का धन्यवाद दिया जो उन्होंने अन्जान शहर में अपना दूत सहायक बना...
इनके बदले में तुम उसके लिए क्या करना चाहती हो? वैसे भी वह बेशर्मी से तुम्हें किस तो कर इनके बदले में तुम उसके लिए क्या करना चाहती हो? वैसे भी वह बेशर्मी से तुम्हें किस...
संवाद जो भरा था आकांक्षाओं से, जीवन दर्शन से और प्रेम से संवाद जो भरा था आकांक्षाओं से, जीवन दर्शन से और प्रेम से