तभी उसे एहसास हुआ कि उसके शरीर पर कोई भारी वजन रखा हुआ है। तभी उसे एहसास हुआ कि उसके शरीर पर कोई भारी वजन रखा हुआ है।
"अम्माजी सुना है भूरी की सास भूरी से दिन भर सेवा करवाती है "अम्माजी सुना है भूरी की सास भूरी से दिन भर सेवा करवाती है
आज तू बात तो करता है पर कहीं ना कहीं तेरे दिल में मुझसे शिकवे हैं शिकायतें हैं। आज तू बात तो करता है पर कहीं ना कहीं तेरे दिल में मुझसे शिकवे हैं शिकायतें हैं।
मेरी शिकायतें भी कई तरह की है। कुछ तन की... कुछ मन की मेरी शिकायतें भी कई तरह की है। कुछ तन की... कुछ मन की
सब ऊपर वाले की मोह - माया है हम लोग तो उनकी कठपुतली हैं सब ऊपर वाले की मोह - माया है हम लोग तो उनकी कठपुतली हैं
तुम सबका जीवन सार्थक हो जाएगा और संसार में कहीं भी अपराध नहीं होंंगे। तुम सबका जीवन सार्थक हो जाएगा और संसार में कहीं भी अपराध नहीं होंंगे।