जैसे कि वो पृष्ठ कुछ कहना चाहता हो। वो पृष्ठ के ऊपर लिखा था :- ‛4th जुलाई’ जैसे कि वो पृष्ठ कुछ कहना चाहता हो। वो पृष्ठ के ऊपर लिखा था :- ‛4th जुलाई’
गौतम बच जाता है लेकिन बाइक से गिर जाता है। गौतम बच जाता है लेकिन बाइक से गिर जाता है।
है....जहाँ से मैं चाहकर भी भाग नही सकती हूँ....बच्चों के भविष्य का भी ध्यान रखना है न ! है....जहाँ से मैं चाहकर भी भाग नही सकती हूँ....बच्चों के भविष्य का भी ध्यान रखना...
मुझे इन सवालों का जवाब नहीं मिल जाता मैं खुद को दोषी नहीं मान सकती। मुझे इन सवालों का जवाब नहीं मिल जाता मैं खुद को दोषी नहीं मान सकती।
हम चाहे कितना भी उसे प्यार दे सुख सुविधा दें लेकिन पिंजरे में कैद पक्षी कभी खुश नहीं रख हम चाहे कितना भी उसे प्यार दे सुख सुविधा दें लेकिन पिंजरे में कैद पक्षी कभी खुश ...
मैं तो समझ गई बेटा मगर गई पुरुषवादी समाज नहीं समझ पाया। मैं तो समझ गई बेटा मगर गई पुरुषवादी समाज नहीं समझ पाया।