उस गाड़ी को तब तक देखता रहा जब तक वह गाड़ी उसकी आँखों से ओझल ना हो गई। उस गाड़ी को तब तक देखता रहा जब तक वह गाड़ी उसकी आँखों से ओझल ना हो गई।
“समाज सेवा करने के लिए पेट में अन्न भी होना चाहिए...तन्खवाह के बगैर कैसे...?” – “समाज सेवा करने के लिए पेट में अन्न भी होना चाहिए...तन्खवाह के बगैर कैसे...?” –
आज से इस घर में अन्न के साथ साथ अन्न परोसने वाली अन्नपूर्णा का भी आदर होगा| आज से इस घर में अन्न के साथ साथ अन्न परोसने वाली अन्नपूर्णा का भी आदर होगा|
.देश के झंडे का अपमान नहीं होना चाहिए । .देश के झंडे का अपमान नहीं होना चाहिए ।