इन सवालों का जवाब कब और कौन देगा और क्या दे भी पायेगा ? इन सवालों का जवाब कब और कौन देगा और क्या दे भी पायेगा ?
सदैव प्रसन्न रहिये, जो प्राप्त है, पर्याप्त है। सदैव प्रसन्न रहिये, जो प्राप्त है, पर्याप्त है।
न जाने ये मनुष्य लड़ना छोड़कर कब प्रेम से रहना सीखेगा और कब इंसान बनेगा।" न जाने ये मनुष्य लड़ना छोड़कर कब प्रेम से रहना सीखेगा और कब इंसान बनेगा।"
सारे के सारे लोग पुनः सावधान खड़े हो जाते हैं ! यमराज जी पुर्णतः सुज्जजित होकर चार अंगरक्षकों के साथ ... सारे के सारे लोग पुनः सावधान खड़े हो जाते हैं ! यमराज जी पुर्णतः सुज्जजित होकर चा...
आज भी दुनिया में राष्ट्रवाद हावी है आज भी दुनिया में राष्ट्रवाद हावी है
उस गाड़ी को तब तक देखता रहा जब तक वह गाड़ी उसकी आँखों से ओझल ना हो गई। उस गाड़ी को तब तक देखता रहा जब तक वह गाड़ी उसकी आँखों से ओझल ना हो गई।