फिर ये नौटंकी क्यों चल रहा है ऐप्लिकेशंस को हटाने का फिर ये नौटंकी क्यों चल रहा है ऐप्लिकेशंस को हटाने का
वह तुरंत उठी और बाई की तनख्वाह के लिए निकाल कर रखे पैसों में ₹700 और रख दिए। वह तुरंत उठी और बाई की तनख्वाह के लिए निकाल कर रखे पैसों में ₹700 और रख दिए।
"सर इस सूरज के पिता नही है,बेचारी माँ ही हाड़तोड़ मेहनत कर उसे पढा रही है। "सर इस सूरज के पिता नही है,बेचारी माँ ही हाड़तोड़ मेहनत कर उसे पढा रही है।
पलाश के साथ कई और कर्मचारी थे, जिन्होंने दीपावली का टारगेट पूरा किया था , पलाश के साथ कई और कर्मचारी थे, जिन्होंने दीपावली का टारगेट पूरा किया था ,
एक गलत आदत और सब कुछ ख़तम। आज हार्दिक ज़िन्दगी मे अकेला है। एक गलत आदत और सब कुछ ख़तम। आज हार्दिक ज़िन्दगी मे अकेला है।
नंदनी इतना ही बोल पायी, मेरी तपस्या आज सफ़ल हुई मेरे आराध्य। नंदनी इतना ही बोल पायी, मेरी तपस्या आज सफ़ल हुई मेरे आराध्य।