जो बजाता जैसी बींद का सुरताल है मनरूपी नाग करता है,वैसा नाच है। जो बजाता जैसी बींद का सुरताल है मनरूपी नाग करता है,वैसा नाच है।
वो भरी जेब में मुठ्ठियाँ मूंगफली की, ताज़ी ताज़ी भेली वो गरम गरम गुड की, शाम पड़े वो जलाना अलाव आं... वो भरी जेब में मुठ्ठियाँ मूंगफली की, ताज़ी ताज़ी भेली वो गरम गरम गुड की, शाम प...
गीत ही जीने का ढंग है गीत में दुनिया बसी है। गीत के सुरताल लय से बेसहारा गम हुआ है। गीत ही जीने का ढंग है गीत में दुनिया बसी है। गीत के सुरताल लय से बेसहारा गम ह...