ये वो दीपक है,हर किसी दिल मे जलता नहीं है। ये वो दीपक है,हर किसी दिल मे जलता नहीं है।
मुकद्दर पे कर भरोसा कैसे जिए जिंदगी बिना तकलीफ तो हर जगह में अंधेर है। मुकद्दर पे कर भरोसा कैसे जिए जिंदगी बिना तकलीफ तो हर जगह में अंधेर है।
हवाओं के मद्धम साज़ पर चिलमनों के थिरकते साये हवाओं के मद्धम साज़ पर चिलमनों के थिरकते साये
वो हैं धड़कनें इस विजय दिल ए नादान की। वो हैं धड़कनें इस विजय दिल ए नादान की।
माना कि तुमको धोखे मिले हैं बहुत... पर जहां में हर इंसा ना धोखा देता है...! माना कि तुमको धोखे मिले हैं बहुत... पर जहां में हर इंसा ना धोखा देता है...!
चिराग ए दिल में जलाओगे तो प्रेम बरसेगा दिल में निश्चित ही प्यार का उदय होगा ! चिराग ए दिल में जलाओगे तो प्रेम बरसेगा दिल में निश्चित ही प्यार का उदय होगा ...