छुपा कहाँ है फ़लसफ़ा तेरी रज़ा का छुपा कहाँ है फ़लसफ़ा तेरी रज़ा का
विश्व पटल पर रहे मस्तक ऊँचा तो आपसी विरोध को त्याग दो। विश्व पटल पर रहे मस्तक ऊँचा तो आपसी विरोध को त्याग दो।
चाँद को चुराके रात को दोष देते हो इंतज़ार करो, आसमाँ भी पिघलेगा। चाँद को चुराके रात को दोष देते हो इंतज़ार करो, आसमाँ भी पिघलेगा।
वही राम है वही रहीम है अलग-अलग धर्मों की चलाई किसने ये मुहिम है! वही राम है वही रहीम है अलग-अलग धर्मों की चलाई किसने ये मुहिम है!
हमें बनेंगे बस कृष्णा तेरे आज्ञाकारी है। हमें बनेंगे बस कृष्णा तेरे आज्ञाकारी है।
मोहब्बत दो, मोहब्बत लो, प्यार बांटों इंसान की तरह ! मोहब्बत दो, मोहब्बत लो, प्यार बांटों इंसान की तरह !