मखमली बिस्तर पे बेचैन अमीर और फक्कड़ मस्त कलंदर देखें हैं मखमली बिस्तर पे बेचैन अमीर और फक्कड़ मस्त कलंदर देखें हैं
एक ही घाट पर शेर और भेड़ हों एक ही घाट पर शेर और भेड़ हों
मिटाना चाहूँ हर मंज़र वो मिटाना चाहूँ हर मंज़र वो
बन के हँसी होठों पर भी रहते हो, अश्कों में भी तुम बहते हो तुम भी ना... बन के हँसी होठों पर भी रहते हो, अश्कों में भी तुम बहते हो तुम भी ना...
मौत का मातम ही मानना होता तो संसद में सिर्फ हंगामा ही नहीं करते पर मैं अब ये चाहता हूँ कि भ... मौत का मातम ही मानना होता तो संसद में सिर्फ हंगामा ही नहीं करते पर मैं अब ...
वो बचपन के दोस्त सब याद आ जाते है माना कि गांव में जन्म हुआ मेरा जीवन बीता है एक बड़े शहर में बहुत... वो बचपन के दोस्त सब याद आ जाते है माना कि गांव में जन्म हुआ मेरा जीवन बीता है ...