छुपा कहाँ है फ़लसफ़ा तेरी रज़ा का छुपा कहाँ है फ़लसफ़ा तेरी रज़ा का
विश्व पटल पर रहे मस्तक ऊँचा तो आपसी विरोध को त्याग दो। विश्व पटल पर रहे मस्तक ऊँचा तो आपसी विरोध को त्याग दो।
पढ़ लूँ अजान आयतें मैं भी, तू पढ़ गीता तो कोई न टोंके। पढ़ लूँ अजान आयतें मैं भी, तू पढ़ गीता तो कोई न टोंके।
चाँद को चुराके रात को दोष देते हो इंतज़ार करो, आसमाँ भी पिघलेगा। चाँद को चुराके रात को दोष देते हो इंतज़ार करो, आसमाँ भी पिघलेगा।
वही राम है वही रहीम है अलग-अलग धर्मों की चलाई किसने ये मुहिम है! वही राम है वही रहीम है अलग-अलग धर्मों की चलाई किसने ये मुहिम है!
लेकिन तोड़ इस मजहब की दीवार को, उन्हें भाई भाई बना दो। लेकिन तोड़ इस मजहब की दीवार को, उन्हें भाई भाई बना दो।