अपनो का साथ ले जाता था दुखों को बहाके।।।।।।।। हवाओं में गूंजते बुआ और चाची के ठहाके अपनो का साथ ले जाता था दुखों को बहाके।।।।।।।। हवाओं में गूंजते बुआ और चाची के ठ...
थे बगीचे में पशु पंछी अनेक, पर मिली मुझे दोस्त कोई नेक। थे बगीचे में पशु पंछी अनेक, पर मिली मुझे दोस्त कोई नेक।
वो भरी जेब में मुठ्ठियाँ मूंगफली की, ताज़ी ताज़ी भेली वो गरम गरम गुड की, शाम पड़े वो जलाना अलाव आं... वो भरी जेब में मुठ्ठियाँ मूंगफली की, ताज़ी ताज़ी भेली वो गरम गरम गुड की, शाम प...