वो आपका कैंटीन में आना, खाना, पीना, जाना और हमारी बचकानी बातों पर मुस्कुराना याद रहेगा हमें। वो आपका कैंटीन में आना, खाना, पीना, जाना और हमारी बचकानी बातों पर मुस्कुरान...
सरिता बन मैं बहती जाऊं , अपनी मंजिल तक पहुंच जाऊं। सरिता बन मैं बहती जाऊं , अपनी मंजिल तक पहुंच जाऊं।
फिर भी मैं ये जज़्बात तुमको सुनाना चाहता हूं। फिर भी मैं ये जज़्बात तुमको सुनाना चाहता हूं।
बड़ा बेदर्द है शासन, सुनना कुछ भी नहीं चाहता केवल अपनी ही बातें सुनाना उसको है आता बड़ा बेदर्द है शासन, सुनना कुछ भी नहीं चाहता केवल अपनी ही बातें सुनाना उसको ...
पर्दा तुम्हारे रुख से यूँ हटाना पड़ा मुझे, अपने दिल का किस्सा सुनाना पड़ा मुझे। पर्दा तुम्हारे रुख से यूँ हटाना पड़ा मुझे, अपने दिल का किस्सा सुनाना पड़ा मु...