बड़ा बेदर्द है शासन, सुनना कुछ भी नहीं चाहता केवल अपनी ही बातें सुनाना उसको है आता बड़ा बेदर्द है शासन, सुनना कुछ भी नहीं चाहता केवल अपनी ही बातें सुनाना उसको ...
देखने में छोटा है पर रखता सोच बड़ी है। देखने में छोटा है पर रखता सोच बड़ी है।