साठ के पार हुआ कि सनक ने आ घेरा, दुख देने लगा पेट का बढ़ता हुआ घेरा, नहीं लगाई जो त साठ के पार हुआ कि सनक ने आ घेरा, दुख देने लगा पेट का बढ़ता हुआ घेरा, ...
लेकिन उस पावन नारी ने, राम नाम के कारण महलों को भी त्याग दिया। लेकिन उस पावन नारी ने, राम नाम के कारण महलों को भी त्याग दिया।
राम का राज्याभिषेक हो गया, अवध में सुख के दिन फिर आए थे। राम का राज्याभिषेक हो गया, अवध में सुख के दिन फिर आए थे।
उसका ही कुछ अंश लव कुश ने, अवध में जाकर जनता को सुना दिया। उसका ही कुछ अंश लव कुश ने, अवध में जाकर जनता को सुना दिया।
माटी जिसकी चंदन जैसी, हर वाला है,सिया समान। माटी जिसकी चंदन जैसी, हर वाला है,सिया समान।
सिया राम घर लौट के आए, अवध वासी होली मनाए। सिया राम घर लौट के आए, अवध वासी होली मनाए।