संसारिक सुख को लें हम भी भोग, क्योंकि संभोग भगाये रोग। संसारिक सुख को लें हम भी भोग, क्योंकि संभोग भगाये रोग।
बुरा ख्वाब व सपना बुरा ख्वाब व सपना
सुनकर नीच हरकतें मन दुख से भर जाता। सुनकर नीच हरकतें मन दुख से भर जाता।
बड़ा चालाक है, नज़दीकियों में हमारी मौत का फरमान देखता है। बड़ा चालाक है, नज़दीकियों में हमारी मौत का फरमान देखता है।
देश मे अब रोज़गार नहीं है। देश मे अब रोज़गार नहीं है देश मे अब रोज़गार नहीं है। देश मे अब रोज़गार नहीं है
सुबह की पहली किरन , गंगा किनारे चहचहाते पक्षियों के झुंड। सुबह की पहली किरन , गंगा किनारे चहचहाते पक्षियों के झुंड।