ये सब जीवन रूपी सर्कस के जोकर है ये सब अलग अलग रंगों में करतब दिखाते हैं ये सब जीवन रूपी सर्कस के जोकर है ये सब अलग अलग रंगों में करतब दिखाते हैं
पीके अश्रु अपने ही होठों पर पीके अश्रु अपने ही होठों पर
खुशियां फैलाकर हर ग़म मिटाकर, इस सारी धरा को हम स्वर्ग बनाएं। खुशियां फैलाकर हर ग़म मिटाकर, इस सारी धरा को हम स्वर्ग बनाएं।
जैसी लड़कियां और सबसे खास सर्कस का वो जोकर। जैसी लड़कियां और सबसे खास सर्कस का वो जोकर।
एक किताब की तरह होती है ज़िन्दगी पिछले पन्ने पढ़ते हैं तो ज़ख्म गहरे होते हैं! एक किताब की तरह होती है ज़िन्दगी पिछले पन्ने पढ़ते हैं तो ज़ख्म गहरे होते हैं!
ऊपर नीचे करता गोल घूमता चरखा है। ये दुनिया एक मेला है ऊपर नीचे करता गोल घूमता चरखा है। ये दुनिया एक मेला है