अपने लिए तो बावा जीते हैं सब मगर औरोंके लिए क्या कभी तुमने जिया है। अपने लिए तो बावा जीते हैं सब मगर औरोंके लिए क्या कभी तुमने जिया है।
खुशबुओं से भर गयीं हैं वादियाँ आज मौसम आशिकाना हो गया खुशबुओं से भर गयीं हैं वादियाँ आज मौसम आशिकाना हो गया
गुफ्तगू न करेंगे बंदगी न करेंगे रहबरी न करेंगे सदका न करेंगे गुफ्तगू न करेंगे बंदगी न करेंगे रहबरी न करेंगे सदका न करेंगे