मौत तो बस बहाना
मौत तो बस बहाना
1 min
254
मौत तो बस अब बहाना हो गया
घर खुदा के वो रवाना हो गया
लग रहा क्यों आज सूरज सर्द है
चाँद भी काफी पुराना हो गया
दग्ध दिल का दर्द जीती जिंदगी
पीर का ये दिल ठिकाना हो गया
खुशबुओं से भर गयीं हैं वादियाँ
आज मौसम आशिकाना हो गया
बढ़ रहीं है बीच की ये दूरियाँ
बस लड़ाई तो बहाना हो गया
भेजते थे तुम कभी जो खत मुझे
शेष अब उनका जलाना हो गया
सिर झुका सदका हुआ वो जब मिले
बस ख़ुदा को सर झुकाना हो गया
रूठना उनका मनाना उम्र भर
जिंदगी का ये फ़साना हो गया
