इन्हीं वादियों में मिलती है संजीवनी.. प्राणदायिनी...। इन्हीं वादियों में मिलती है संजीवनी.. प्राणदायिनी...।
जीवन के लक्ष्य को मैं पूरा करूंगा जीवन के लक्ष्य को मैं पूरा करूंगा
मेरे पास तो था साथ तुम्हारा। मेरे पास तो था साथ तुम्हारा।
बचपन में छोड़ गए ध्रुव तारे के लिए कभी-कभी थोड़ा ज्यादा ही। बचपन में छोड़ गए ध्रुव तारे के लिए कभी-कभी थोड़ा ज्यादा ही।
खोया है ये लम्हा आज अज्र मुझे दिजिए, मुस्तनद से मुलाकात कर मसर्रत हो रहा आसमान। खोया है ये लम्हा आज अज्र मुझे दिजिए, मुस्तनद से मुलाकात कर मसर्रत हो रहा आसम...
ये वादियाँ पुकारती हैं तुझे आ अपना बचपना लेकर ये वादियाँ पुकारती हैं तुझे आ अपना बचपना लेकर