लिखूँगी उन रंगों से, जिन्होंनें तुम्हारी जुदाई से मेरे जीवन को रंगहीन बना ड़ाला है, उन अश्र... लिखूँगी उन रंगों से, जिन्होंनें तुम्हारी जुदाई से मेरे जीवन को रंगहीन बना ...
कल फिर तुझसे मिलकर मैं, मन भर के बतियाता हूँ। कल फिर तुझसे मिलकर मैं, मन भर के बतियाता हूँ।
मन भटक रहा है उस अवस्था को ढूँढता एक ठोकर की दहलीज़ पर। मन भटक रहा है उस अवस्था को ढूँढता एक ठोकर की दहलीज़ पर।
शांत पानी में जब पत्थर फेंका है जाता, पानी उछलता व लहरें पैदा है होती। शांत पानी में जब पत्थर फेंका है जाता, पानी उछलता व लहरें पैदा है होती।
मुझे देती है हौसला जिस के सहारे मैं उबर सकूं ज़िन्दगी की कड़ी धूप से ! मुझे देती है हौसला जिस के सहारे मैं उबर सकूं ज़िन्दगी की कड़ी धूप से !
जीवन/ जीने के संघर्ष की प्रक्रिया में नागफनी के सुर्ख फूल सा खिल उठता है जीवन/ जीने के संघर्ष की प्रक्रिया में नागफनी के सुर्ख फूल सा खिल उठता है