मुझमें भी नए परिंदों ने अपना आशियाना बसा लिया। मुझमें भी नए परिंदों ने अपना आशियाना बसा लिया।
देखूँ ये दृश्य मनोहर, कब आयेगा ये मौसम। देखूँ ये दृश्य मनोहर, कब आयेगा ये मौसम।
खुद को बचाने के लिए बस इतनी सी मेहनत लगेगी। खुद को बचाने के लिए बस इतनी सी मेहनत लगेगी।
भरोसे की आस लगाए अगला बसंत भी देख पाने की। भरोसे की आस लगाए अगला बसंत भी देख पाने की।
फिर क्यों धूल में नीलाभ बनकर धरती पर आँचल ओढ़ चले। फिर क्यों धूल में नीलाभ बनकर धरती पर आँचल ओढ़ चले।
शाखा नहीं है पत्ती नहीं है पर हौसले हैं आसमान में! शाखा नहीं है पत्ती नहीं है पर हौसले हैं आसमान में!