रावण तो मर चुका है, जल कर हुआ खाक। उसके वंशज आज भी, सबको देते पाठ। रावण तो मर चुका है, जल कर हुआ खाक। उसके वंशज आज भी, सबको देते पाठ।
अपनों के, सम्मान का अपमान, ना हो तो, शुभ दशहरा है...! अपनों के, सम्मान का अपमान, ना हो तो, शुभ दशहरा है...!
सत्य की लौ को अब जलाना होगा, अंदर बैठे रावण को मिटाना होगा...! सत्य की लौ को अब जलाना होगा, अंदर बैठे रावण को मिटाना होगा...!
काँप रही थी पृथ्वी, स्वर्ग भी था भयभीत। महिषासुर ने लिया, तीनों लोकों को जीत। काँप रही थी पृथ्वी, स्वर्ग भी था भयभीत। महिषासुर ने लिया, तीनों लोकों को जीत।
स्वयं को हम बदल कर, स्वयं को आत्मसात करें। अपने भीतर की बुराई से लड़ कर। स्वयं पर विजय करें। विज... स्वयं को हम बदल कर, स्वयं को आत्मसात करें। अपने भीतर की बुराई से लड़ कर। स्वय...
माँ के आंचल में लिपटे, चला घर लल्ला, आँखें अब भी खुली थीं...! माँ के आंचल में लिपटे, चला घर लल्ला, आँखें अब भी खुली थीं...!