जो कभी कभी आये और याद भी न रहे। जो कभी कभी आये और याद भी न रहे।
जीते जी समझा होता गंगा सी आज खाक़ न उड़ती मेरी यूँ चिल्लाती..! जीते जी समझा होता गंगा सी आज खाक़ न उड़ती मेरी यूँ चिल्लाती..!
तेरे चुनाव में फिर से हम हारे हैं तेरी सलामती तेरी दुनिया जगमगाए ! तेरे चुनाव में फिर से हम हारे हैं तेरी सलामती तेरी दुनिया जगमगाए !
तब इन्हीं रंगों को देख थोड़ा सुख चैन पाता हूँ तब इन्हीं रंगों को देख थोड़ा सुख चैन पाता हूँ
पर दौर जब बदलता है जो शून्यता दिखाई पड़ती है उसमें भाव भी भरने लगते हैं पर दौर जब बदलता है जो शून्यता दिखाई पड़ती है उसमें भाव भी भरने लगते हैं