क्या है ये जिंदगी ? भूल जाते हैं सभी मरघट से बाहर आते ही कि आना है तुम्हें भी यहाँ अपने आख़िरी ... क्या है ये जिंदगी ? भूल जाते हैं सभी मरघट से बाहर आते ही कि आना है तुम्हें ...
कटते कटते जिन्दगी कट गयी यूँ ही अकड़ में जब बन गया लाश तब कोई ना था उसके जनाज़े में कटते कटते जिन्दगी कट गयी यूँ ही अकड़ में जब बन गया लाश तब कोई ना था उसके जनाज़े...
ज़ुल्फ़ें बाँध आए है वो आज वस्ल को अंजान है पल भर में ये खुल जाएगी ज़ुल्फ़ें बाँध आए है वो आज वस्ल को अंजान है पल भर में ये खुल जाएगी