मैं हँसती रही तुम्हारे तानों के आगे, सोचा कि कहाँ जाऊँगी मैं भागे - भागे ? मगर फिर एक दिन मैने महस... मैं हँसती रही तुम्हारे तानों के आगे, सोचा कि कहाँ जाऊँगी मैं भागे - भागे ? मगर...
पास होकर भी कुछ रिश्ते, कितने दूर हो चुके हैं !! पास होकर भी कुछ रिश्ते, कितने दूर हो चुके हैं !!
जाने अनजाने में भी कड़वे ना बोलो कड़वे बोल याद रहे हमेशा। जाने अनजाने में भी कड़वे ना बोलो कड़वे बोल याद रहे हमेशा।
कटते कटते जिन्दगी कट गयी यूँ ही अकड़ में जब बन गया लाश तब कोई ना था उसके जनाज़े में कटते कटते जिन्दगी कट गयी यूँ ही अकड़ में जब बन गया लाश तब कोई ना था उसके जनाज़े...
क्यों कुछ को सिर्फ मिलते हैं, मीठे तो कुछ को कड़वे फल। क्यों कुछ को सिर्फ मिलते हैं, मीठे तो कुछ को कड़वे फल।