कभी भगवान के चरणों में अर्पित हुआ हूँ कभी आगमन में, विदाई में साझा जाता हूँ कभी भगवान के चरणों में अर्पित हुआ हूँ कभी आगमन में, विदाई में साझा जाता हूँ
जब ये तीखी होती है तो खिले फूल को भी मुरझा देती है जब ये तीखी होती है तो खिले फूल को भी मुरझा देती है
मुरझा जायेगा सब वहम अकुला जायेगा सारा गम मुरझा जायेगा सब वहम अकुला जायेगा सारा गम
खत्म हुआ था वनवास अभी, फिर से वनवास मिला। अभी-अभी आई बहार थी , मुरझा गया मुख खिला। खत्म हुआ था वनवास अभी, फिर से वनवास मिला। अभी-अभी आई बहार थी , मुरझा गया मुख ...
सोचा एक दिन करूँगी अपने ऊपर खर्च अपने पल सोचा एक दिन करूँगी अपने ऊपर खर्च अपने पल
सुना है प्यार के धोखे से लोग दीवाने मजनूँ से हो जाते है, सुना है प्यार के धोखे से लोग दीवाने मजनूँ से हो जाते है,