नहीं कोई ऐसा जिसे छला न जग में, शामिल दिखावा हर डग, पग, हर रग में। कि करने अपनों पे प्रहार आ गया, ... नहीं कोई ऐसा जिसे छला न जग में, शामिल दिखावा हर डग, पग, हर रग में। कि करने अपन...
इस्तेमाल कर फेंक देते हैं भावना भूलकर दिखावे में प्यार ढूंढते हैं इस्तेमाल कर फेंक देते हैं भावना भूलकर दिखावे में प्यार ढूंढते हैं
वो लब्ज़ जिसे कहते हैं प्यार वो है आजकल कारोबार। वो लब्ज़ जिसे कहते हैं प्यार वो है आजकल कारोबार।
जितनी चादर हो, उतने ही पैर फैलाओ, यह सोच दिन-रात खेतों पर काम करते। जितनी चादर हो, उतने ही पैर फैलाओ, यह सोच दिन-रात खेतों पर काम करते।
मैं उनसे ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाता रहूं और अपने परिवार को हर खुशी देता रहूं ! मैं उनसे ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाता रहूं और अपने परिवार को हर खुशी देता रहूं...