कवि नैला हिना, कराची पाकिस्तान कवि नैला हिना, कराची पाकिस्तान
मैं मृत सी...जीवित इंसान हूँ, यारों...अवगुणों से भरी खान हूँ! मैं मृत सी...जीवित इंसान हूँ, यारों...अवगुणों से भरी खान हूँ!
जरा गौर करो जरा गौर करो
पैरों की थिरकन आंखों की अदा से दुनिया जीती और जीता सबका दिल पैरों की थिरकन आंखों की अदा से दुनिया जीती और जीता सबका दिल
पिता के संग जब खेल रहीं गणना शक्ति का भान हुआ, पिता के संग जब खेल रहीं गणना शक्ति का भान हुआ,