वो दिन है और आज का दिन है बस दिन गुजरे हैं, पर वो लम्हें नहीं। वो दिन है और आज का दिन है बस दिन गुजरे हैं, पर वो लम्हें नहीं।
आशियाने को किसी के तफ़रीह में जला डाला। आशियाने को किसी के तफ़रीह में जला डाला।
माफ़ी चाहते हैं ख़ुदा से अगर तो माफ़ करना भी सीखें। माफ़ी चाहते हैं ख़ुदा से अगर तो माफ़ करना भी सीखें।
हो सके तो माफ़ कर देना मुझे के तुम्हें रुलाया बहुत है। हो सके तो माफ़ कर देना मुझे के तुम्हें रुलाया बहुत है।
कभी तो उन आंसुओं के पीछे की पीड़ा को भी समझ कर देखिए ना। कभी तो उन आंसुओं के पीछे की पीड़ा को भी समझ कर देखिए ना।