यूं सूरज ढल रहा है, चांद के बहाने रात भर इस संग कौन जागेगा, रात क्या जाने यूं सूरज ढल रहा है, चांद के बहाने रात भर इस संग कौन जागेगा, रात क्या जाने
मेरी ज़िन्दगी में हर दिन गहरा रहा है वो कैसे मैं भूल जाऊं कभी मेरा रहा है वो मेरी ज़िन्दगी में हर दिन गहरा रहा है वो कैसे मैं भूल जाऊं कभी मेरा रहा है वो
मेरी राहों पे फूल महके हैं कौन देता है ये दुआ मुझको मेरी राहों पे फूल महके हैं कौन देता है ये दुआ मुझको
पत्थरों से मुझे न है, कोई गिला पत्थरों के बाजार में बिकता कहाँ है आईना, पत्थरों से मुझे न है, कोई गिला पत्थरों के बाजार में बिकता कहाँ है आईना,
दिल और दिमाग दोनों की बाते सुनते हुए बीच का रास्ता चुनना चाहिए तभी सफलता हाथ लगेगी... दिल और दिमाग दोनों की बाते सुनते हुए बीच का रास्ता चुनना चाहिए तभी सफलता हाथ लगे...