ये मैं अब सबको बता दूँ बुत बना रखा है दिल में तेरा आ आज सबको दिखा दूँ ये मैं अब सबको बता दूँ बुत बना रखा है दिल में तेरा आ आज सबको दिखा दूँ
तुमसे दूर ही रहता कुछ तुम्हारी नहीं सुनता सिर्फ अपनी ही कहता तुम रूठते भी नहीं तुमसे दूर ही रहता कुछ तुम्हारी नहीं सुनता सिर्फ अपनी ही कहता तुम रूठ...
तुम्हें फिर से खोजूं.. फिर कुछ गुनगुनाऊँ.. तुम्हें फिर से खोजूं.. फिर कुछ गुनगुनाऊँ..
भटक रही है जिन्दगी बवंडर की तरह साये चले जा रहे हैं रास्तों की तरह। भटक रही है जिन्दगी बवंडर की तरह साये चले जा रहे हैं रास्तों की तरह।
अंबर को छूने की कोशिश धरती पर लाचार बहुत हैं अंबर को छूने की कोशिश धरती पर लाचार बहुत हैं
बुतपरस्ती माफ़िक़ न आई, बस जिंदगी से है ये गिला । बुतपरस्ती माफ़िक़ न आई, बस जिंदगी से है ये गिला ।