कैसी ये उलझन है दिल में छुपे सारे ग़म हैं। कैसी ये उलझन है दिल में छुपे सारे ग़म हैं।
जरूर तुमसे मेरा कोई रूह का ही रिश्ता है शायद ! जरूर तुमसे मेरा कोई रूह का ही रिश्ता है शायद !
क्या बात है आजकल खुश हो बहुत क्या ख्यालों में भी मुलाकातें नहीं होती क्या बात है आजकल खुश हो बहुत क्या ख्यालों में भी मुलाकातें नहीं होती
अल्हड़पन के कितने किस्से भूल गया हूँ पर अपनी कुछ करामातें याद है कुछ बातें याद है अल्हड़पन के कितने किस्से भूल गया हूँ पर अपनी कुछ करामातें याद है कुछ बाते...
बीत गया एक और साल जैसे बीत जाती हैं रातें, फिर निकला नया सूरज फिर होंगी नई- नई बातें। बीत गया एक और साल जैसे बीत जाती हैं रातें, फिर निकला नया सूरज फिर होंगी नई- ...