मुस्कुराना तो एक कला है पर हर शख्स यहां पगला है। मुस्कुराना तो एक कला है पर हर शख्स यहां पगला है।
हम चाहे मिट जाये क्यों ना मिट्टी के ही भाव, अब हर तरह के प्रदूषण का खात्मा करना है। हम चाहे मिट जाये क्यों ना मिट्टी के ही भाव, अब हर तरह के प्रदूषण का खात्मा कर...
फर्क इतना रहता है मानवीय जीवन में वह घटना गाहे बगाहे कचोटती रहती है। फर्क इतना रहता है मानवीय जीवन में वह घटना गाहे बगाहे कचोटती रहती है।
जिओ ओर सबको जीने दो तुम्हारा कुछ ना बिगड़ेगा। जिओ ओर सबको जीने दो तुम्हारा कुछ ना बिगड़ेगा।
फिर देर नहीं करना अपने व्यवहार का वरना कारण बन जायँगे अपने संहार का। फिर देर नहीं करना अपने व्यवहार का वरना कारण बन जायँगे अपने संहार का।
बचपन की वो अल्हड़ सी हंसी अच्छी लगती है बचपन की वो प्राकृतिक हंसी अच्छी लगती है. बचपन की वो अल्हड़ सी हंसी अच्छी लगती है बचपन की वो प्राकृतिक हंसी अच्छी लगती ह...