फिर देर नहीं करना अपने व्यवहार का वरना कारण बन जायँगे अपने संहार का। फिर देर नहीं करना अपने व्यवहार का वरना कारण बन जायँगे अपने संहार का।
तुम्हारे प्रति उनकी उदासीनता युगों-युगों की परंपरा रही है, तुम्हारे प्रति उनकी उदासीनता युगों-युगों की परंपरा रही है,