कहते हैं यहीं राम का नाम है, दुनिया में यही विधान है। कहते हैं यहीं राम का नाम है, दुनिया में यही विधान है।
एक पिता से पूछो कैसा, लगता उसका कंधा टूटे। और बुढ़ापे की लाठी ही, बीच राह में उससे रूठे।। एक पिता से पूछो कैसा, लगता उसका कंधा टूटे। और बुढ़ापे की लाठी ही, बीच...
यह कविता भारत में जन्मे सपूतों के गौरवशाली इतिहास का संक्षिप्त में वर्णन करती है। इस कविता में गणेश,... यह कविता भारत में जन्मे सपूतों के गौरवशाली इतिहास का संक्षिप्त में वर्णन करती है...
माँ तुझसे बिछुड़ कर माँ, अब जाऊँ मैं कहाँ तड़प रहा है "नीरज"अब तो दरस दीजिए। माँ तुझसे बिछुड़ कर माँ, अब जाऊँ मैं कहाँ तड़प रहा है "नीरज"अब तो दरस दीजिए।
माँ की कितनी बात सुनाऊँ, ममता की प्रतिमूर्ति ऐसी, देवी छोटी पड़ जाती है, धरती पे माँ कहलाती है। माँ की कितनी बात सुनाऊँ, ममता की प्रतिमूर्ति ऐसी, देवी छोटी पड़ जाती है, धरती प...
श्रवण कुमार सा पूत पाने की लालसा तो हर किसी में बस श्रवण कुमार बनना खुद ही भूल बैठें हैं सब श्रवण कुमार सा पूत पाने की लालसा तो हर किसी में बस श्रवण कुमार बनना खुद ही भूल ब...