माँ की कितनी बात सुनाऊँ, ममता की प्रतिमूर्ति ऐसी, देवी छोटी पड़ जाती है, धरती पे माँ कहलाती है। माँ की कितनी बात सुनाऊँ, ममता की प्रतिमूर्ति ऐसी, देवी छोटी पड़ जाती है, धरती प...
आज मेरी कराह को उसने अपने कामों में दखल बताया आज मेरी कराह को उसने अपने कामों में दखल बताया
मां तू हमे आंखों से दिख जानेवाली ख़ुदा है तेरे बिना कभी कोई फूल कहाँ खिला है एक हम है, शादी बाद अ... मां तू हमे आंखों से दिख जानेवाली ख़ुदा है तेरे बिना कभी कोई फूल कहाँ खिला है ...
नज़रों से मिलाओ नज़रों को, सिर झुका-झुका क्यों चलते हो! नज़रों से मिलाओ नज़रों को, सिर झुका-झुका क्यों चलते हो!
माता होती कुमाता कभी न, अनेक पूत कपूत भले हो जाएं। माता होती कुमाता कभी न, अनेक पूत कपूत भले हो जाएं।
लगती संतान को अपनी माँ सबसे सुंदर, माँ जो भरती गुण सौंदर्य हमारे अंदर लगती संतान को अपनी माँ सबसे सुंदर, माँ जो भरती गुण सौंदर्य हमारे अंदर