असलियत की आँखों से देखो मेरे दोस्त, हमने अंबर छू लिया, और तुम पाताल में ही ढह गए। असलियत की आँखों से देखो मेरे दोस्त, हमने अंबर छू लिया, और तुम पाताल में ही ढ...
किस्मत कैद है मेरी बंद मुठ्ठी में, दुनिया के सामने, अपनी मुट्ठी खोल दूँगा मैं। किस्मत कैद है मेरी बंद मुठ्ठी में, दुनिया के सामने, अपनी मुट्ठी खोल दूँगा मैं।
आकाश और पाताल अब तुझ पर ही निर्भर है. आकाश और पाताल अब तुझ पर ही निर्भर है.
आकाश भी तुम हो पाताल भी तुम हो आकाश भी तुम हो पाताल भी तुम हो
ओम जय प्याज माता , मैया जय प्याज माता। ओम जय प्याज माता , मैया जय प्याज माता।
जहाँ सभी मिलकर रहें, रख आपस में प्रीति। एक-दूसरे से नहीं, रखते दिल में बैर। नहीं परायों को कभी, ... जहाँ सभी मिलकर रहें, रख आपस में प्रीति। एक-दूसरे से नहीं, रखते दिल में बैर। ...