लिखता हूं।
रौनक की खुशी का कोई ठिकाना ना रहा। रौनक की खुशी का कोई ठिकाना ना रहा।
वही एक मात्र आय का स्रोत था अम्मा के घर का और आज अचानक वो कहीं दूर चला गया, जो अब कभी वापिस नहीं आएग... वही एक मात्र आय का स्रोत था अम्मा के घर का और आज अचानक वो कहीं दूर चला गया, जो अ...