जो कहता नहीं फिरता हर दुख दुनिया से, बस अँधेरे में अपनी पलकें भिगो लेता है। जो कहता नहीं फिरता हर दुख दुनिया से, बस अँधेरे में अपनी पलकें भिगो लेता है।
अपना भोजन दिन में बनाते, प्रकाश संश्लेषण क्रिया करते। अपना भोजन दिन में बनाते, प्रकाश संश्लेषण क्रिया करते।
परोपकार की भावना सिखाते हमें पेड़ जीवों को जीवन देने वाले हैं पेड़। परोपकार की भावना सिखाते हमें पेड़ जीवों को जीवन देने वाले हैं पेड़।
मन की संकल्प शक्ति बढ़ाएं हम, स्वार्थ भाव तज, परमार्थ अपनाएं हम, मन की संकल्प शक्ति बढ़ाएं हम, स्वार्थ भाव तज, परमार्थ अपनाएं हम,
मानव आया करने क्या तू, माया रंग जब चढ़ा गहरा मानव आया करने क्या तू, माया रंग जब चढ़ा गहरा
उस पर नज़र उठा कर देखना तक छोटी बात नहीं। उस पर नज़र उठा कर देखना तक छोटी बात नहीं।