इसके लिए उम्मीदों को कभी-कभी दरकिनार कीजिए ! इसके लिए उम्मीदों को कभी-कभी दरकिनार कीजिए !
चंद पलों की मोहलत भी साथ अपने लाना मैंने बातों का पुलिन्दा फैला रखा है चंद पलों की मोहलत भी साथ अपने लाना मैंने बातों का पुलिन्दा फैला रखा है
जो मेरा आज है, वो मेरा कल होगा मेरी नन्ही आँखों में, जो प्यारे सपने हैं, कभी पूरे, कभी अधूरे, ... जो मेरा आज है, वो मेरा कल होगा मेरी नन्ही आँखों में, जो प्यारे सपने हैं, कभ...
ऐब दिखाता है लोगों के क्यों मुजीब तेरे गुनाहों की गठरी बड़ी भारी है । ऐब दिखाता है लोगों के क्यों मुजीब तेरे गुनाहों की गठरी बड़ी भारी है ।
फिर वही एक ही बचेगा, जो पहले था। फिर वही एक ही बचेगा, जो पहले था।
जबरदस्ती किसी को भी बाँध कर नही रख सकते हैं। जबरदस्ती किसी को भी बाँध कर नही रख सकते हैं।