पहले तू मिसाल थी हमारी अब मैं भी वही पदचिन्ह दोहराती हूँ। पहले तू मिसाल थी हमारी अब मैं भी वही पदचिन्ह दोहराती हूँ।
कमजोर नजर धुंधले पन को खिंचकर बाहर निकालने की कोशिश किंतु वो भी अभिन्न अंश मेरे अंग का कमजोर नजर धुंधले पन को खिंचकर बाहर निकालने की कोशिश किंतु वो भी अभिन्न अंश म...
मेहनत तेरी पल पल की एक दिन रंग लाएगी ही। मेहनत तेरी पल पल की एक दिन रंग लाएगी ही।
कचोटते हैं ह्रदय-तल को अडिग-अविरल लिए स्थायित्व। कचोटते हैं ह्रदय-तल को अडिग-अविरल लिए स्थायित्व।
पदचिह्न भी नहीं कहां जाऊँ पता नहीं। पदचिह्न भी नहीं कहां जाऊँ पता नहीं।
रास्ते सुनसान थे, आवाज़ पदचिन्हों की लेकिन, दे रही हमको सुनाई, रास्ते ने चुपके-चुपके, की थी जिनक... रास्ते सुनसान थे, आवाज़ पदचिन्हों की लेकिन, दे रही हमको सुनाई, रास्ते ने चुपक...