अभी नौबत तो नही आई बाज़ार में बिकने की मगर कोई हमारा ख़रीददार हुआ जाता है अभी नौबत तो नही आई बाज़ार में बिकने की मगर कोई हमारा ख़रीददार हुआ जाता है
भावनाएं सारी लिखने की नौबत अभी नहीं आती भावनाएं सारी लिखने की नौबत अभी नहीं आती
कपड़ों के साथ-साथ यहाँ लोगों की सोच छोटी हो गयी. कपड़ों के साथ-साथ यहाँ लोगों की सोच छोटी हो गयी.
न झुके सिर कभी भी शर्म से, नेकियां हमारी सदा काम आए। न झुके सिर कभी भी शर्म से, नेकियां हमारी सदा काम आए।
हर वक्त हर जगह इंसानियत का इम्तिहान लिया इस बीमारी ने पूरी मानवता पर प्रहार किया हर वक्त हर जगह इंसानियत का इम्तिहान लिया इस बीमारी ने पूरी मानवता पर प्रहार ...
मेरे कामों का लेखा जोखा, तुमको बतलाती हूं l आओ तुमको अच्छे से मैं, क ख ग सिखलाती हूँ मेरे कामों का लेखा जोखा, तुमको बतलाती हूं l आओ तुमको अच्छे से मैं, क ख ...