तुम ये भूल गयी थी कि तुम्हारे चक्र में मैं भी तो बंधा था ! तुम ये भूल गयी थी कि तुम्हारे चक्र में मैं भी तो बंधा था !
भूमिका निभा सब चलते, बनते, सीमा, उम्र की जब पूरी हो जाती है। भूमिका निभा सब चलते, बनते, सीमा, उम्र की जब पूरी हो जाती है।
उसी क्षण तुम्हें बगावत का हक मिल जाता है। उसी क्षण तुम्हें बगावत का हक मिल जाता है।
मैं जानती थी की प्यार पाना नहीं पूजा पाना ही थी मेरी नियति ........मेरी नियति मैं जानती थी की प्यार पाना नहीं पूजा पाना ही थी मेरी नियति ........मेरी...
संपाति के डैनों में कोई कमी नहीं थी जलना उनकी नियति रही थी। संपाति के डैनों में कोई कमी नहीं थी जलना उनकी नियति रही थी।