हम दुश्मन को कुचलेंगे हम दुश्मन को कुचलेंगे
नागफनी रोती नहीं है अब कभी क्योंकि सीख गई है वह जिंदगी को जीना। नागफनी रोती नहीं है अब कभी क्योंकि सीख गई है वह जिंदगी को जीना।
काैन काैन सी भूमिका निभाती है घर में जब काेई लडकी ब्याह कर आती है... इसलिए ऐ पुरुष, उसका सम्मान करना... काैन काैन सी भूमिका निभाती है घर में जब काेई लडकी ब्याह कर आती है... इसलिए ऐ पुर...
और इसी छोटे समय अंतराल में, मेरी चेतना, जगा देती है, मेरे अंदर सो रहे प्रेमी को, और इस प्रेमी की म... और इसी छोटे समय अंतराल में, मेरी चेतना, जगा देती है, मेरे अंदर सो रहे प्रेमी को...
काट दीजिये ईर्ष्या, अहंकार के जंगल जो देते हैं हर समय पीड़ा दुःख काट दीजिये ईर्ष्या, अहंकार के जंगल जो देते हैं हर समय पीड़ा दुःख