परहित को रहते सदा, इनके तरकस तीर। परहित को रहते सदा, इनके तरकस तीर।
है मांँ यह विपदा हरो हमारी गलतियों पर हमें क्षमा करों। है मांँ यह विपदा हरो हमारी गलतियों पर हमें क्षमा करों।
हाथ जोड़े करूं, शारदे वंदना वर दे बुद्धि का, है यही प्रार्थना। हाथ जोड़े करूं, शारदे वंदना वर दे बुद्धि का, है यही प्रार्थना।
जहां नहीं है कोई दुःख, सिर्फ सुख, अनिर्वचनीय सुख और है आनंद का प्रकाश। जहां नहीं है कोई दुःख, सिर्फ सुख, अनिर्वचनीय सुख और है आनंद का प्रकाश।
कभी भी करते किसी से बयां नहीं। कभी भी करते किसी से बयां नहीं।
दीन को है बचाया सजदे से वो हुसैनी नज़र क्यूँ आते नहीं दीन को है बचाया सजदे से वो हुसैनी नज़र क्यूँ आते नहीं