पढ़ लिख कर बनो नवाब या, भाग पैसो के पीछे बनो खराब पढ़ लिख कर बनो नवाब या, भाग पैसो के पीछे बनो खराब
सब न्याय अन्याय को सुविधा से तौल रहे हैं सब न्याय अन्याय को सुविधा से तौल रहे हैं
किसी का शब्दों के खेल से जिंदगी का पूरा मायना ही बदल गया। किसी का शब्दों के खेल से जिंदगी का पूरा मायना ही बदल गया।
सदा मुझसे ही दिन निकले सदा मेरी ही रातें हों। सदा मुझसे ही दिन निकले सदा मेरी ही रातें हों।