आज मैं भी कुछ कदम भरूँ, और आज जिऊँ तो खुल के जिऊँ ! आज मैं भी कुछ कदम भरूँ, और आज जिऊँ तो खुल के जिऊँ !
आज सदा के लिए अपनों में फिर से वापिस लौट आया था। आज सदा के लिए अपनों में फिर से वापिस लौट आया था।
नन्ही चिड़ियां दाना लेकर खिलाने वास्ते ढूंढ रही है इस डाल तो कभी उस डाल फुदक-फुदक नन्ही चिड़ियां दाना लेकर खिलाने वास्ते ढूंढ रही है इस डाल तो कभी उस डाल ...
ख्वाबों का मुझे क्या पता मैं वर्षों से सोया नहीं, ख्वाबों का मुझे क्या पता मैं वर्षों से सोया नहीं,
तोड़ दें बेड़ियां भेद जो हैं बनातीं, शुरू कर निभाएं मानवीय परंपराएं। तोड़ दें बेड़ियां भेद जो हैं बनातीं, शुरू कर निभाएं मानवीय परंपराएं।
अब इस दुनिया से दिल उकता गया मेरा, बेगानों से ना उनसे गिला-शिकवा है मेरा। अब इस दुनिया से दिल उकता गया मेरा, बेगानों से ना उनसे गिला-शिकवा है मेरा।