बचपन के वो दिन बचपन के वो दिन
इसलिए तो खाने में मिलाते हैं तीखा और नमकीन। इसलिए तो खाने में मिलाते हैं तीखा और नमकीन।
प्यार का एहसास बनाता है जीवन को मीठा प्यार का एहसास बनाता है जीवन को मीठा
तुम्हारा वो कड़कपन, तुम में भरा वो तीखा पानी, तुम्हारा वो कड़कपन, तुम में भरा वो तीखा पानी,
फर्क नहीं पड़ता सफेद नमक, या हल्दी कम भी हो अगर खाने में। फर्क नहीं पड़ता सफेद नमक, या हल्दी कम भी हो अगर खाने में।
पीड़ा की रेखा चहकेगी अमिट प्रेम सुधा बरसेगी आलोक सुशोभित सुरभित होगा भरा रहे धनसार घर का, आय मे... पीड़ा की रेखा चहकेगी अमिट प्रेम सुधा बरसेगी आलोक सुशोभित सुरभित होगा भरा रहे ...